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घर से भागी हुई लड़की / महेश चंद्र पुनेठा
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17:45, 26 अप्रैल 2011
लौट आता है अपने घर
खुशियों
ख़ुशियों
से भर जाता है घर
जैसे लम्बे सूखे के बाद
वर्षा की बूँदों का झरना
अनिल जनविजय
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