गृह
बेतरतीब
ध्यानसूची
सेटिंग्स
लॉग इन करें
कविता कोश के बारे में
अस्वीकरण
Changes
बड़ा / नील कमल
No change in size
,
08:41, 6 जून 2011
मनुष्य बड़ा है
ब्राहृाण्ड
ब्रह्माण्ड
से भी बड़ा ।
</poem>
अनिल जनविजय
Delete, Mover, Protect, Reupload, Uploader
53,867
edits