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मेरा घर-आँगन / भारतेन्दु मिश्र
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03:20, 5 जुलाई 2011
पीली होकर घास
यहाँ हरियाती है
बीमारों की संख्या
बढती
बढ़ती
जाती है
थोथे गर्जन और धुएँ के साए हैं ।
डा० जगदीश व्योम
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