गृह
बेतरतीब
ध्यानसूची
सेटिंग्स
लॉग इन करें
कविता कोश के बारे में
अस्वीकरण
Changes
कभी यदि ऐसा देखो कोई / गुलाब खंडेलवाल
No change in size
,
20:07, 19 जुलाई 2011
शिशु-सा खेल-कूद में जिसने घर की सुध-बुध खोयी
या
था
शासन करने को भेजा
जिसे भाग्य ने राज सहेजा
या
पर
जिस दुर्मति ने पुर में जा
जूठी पत्तल धोयी
Vibhajhalani
2,913
edits