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दीठ वाळो / हरीश बी० शर्मा
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08:55, 8 अगस्त 2011
जिको साफ देख सकै
अर बता सकै सैनाणी
कै
अै
ऐ
बादळ
गरजणिया है का बरसणिया
पण आवणियै री उडीक राखै,
आशिष पुरोहित
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