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कुछ न पूछूँ न कुछ कहूँ उससे / सतीश शुक्ला 'रक़ीब'
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13:30, 30 सितम्बर 2011
जो नहीं ऐतबार के क़ाबिल
हाथ को जोड़कर वो देता है
दूर ही दूर मैं रहूँ उससे
हाथ को जोड़कर वो देता है
कहती गैरत है कुछ न लूँ उससे
दूर ही दूर मैं रहूँ उससे
रू-ब-रू उससे हाल पूछूंगा
SATISH SHUKLA
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