गृह
बेतरतीब
ध्यानसूची
सेटिंग्स
लॉग इन करें
कविता कोश के बारे में
अस्वीकरण
Changes
भीड़ में सबसे अलग / जहीर कुरैशी
361 bytes added
,
01:39, 20 सितम्बर 2008
* [[कमीज उनकी है लेकिन बदन हमारा है / जहीर कुरैशी]]
* [[काटते—काटते वन गया / जहीर कुरैशी]]
* [[अधिक नहीं,वे अधिकतर की बात करते हैं / जहीर कुरैशी]]
* [[कितनी क्या देर है सवेरे में / जहीर कुरैशी]]
* [[अलग मुस्कान मुद्राएँ अलग हैं / जहीर कुरैशी]]
Anonymous user
द्विजेन्द्र द्विज