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बादल घिर आए / रमेश रंजक
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07:05, 26 दिसम्बर 2011
इतने सारे काम पड़े हैं
छत पर धुले हुए कपड़े हैं
बादल घिर आए
(अचानक बादल घिर आए)
अनिल जनविजय
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