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12:51, 11 जुलाई 2012 बई सा रा बीरा, जयपुर जाजो जी
आता तो लाइ जो ,तारा री चुंदरी...
सुन्दर गौरी , पोत बतावो जी
कसिक ल्यावा, तारा री चुंदरी....
बई सा रा बीरा, हरा हरा पल्ला जी
कसुमल रंग की, तारा री चुंदरी ...
म्हारी मिरगा नैनी , ओढ़ बतावो जी
कसिक सोवे, तारा री चुंदरी ....
बई सा रा बीरा, ननद हटीली जी,
ओढ़न नहीं दे, तारा री चुंदरी...
म्हारी चंदा बदनी, ओढ़ बतावो जी,
महेला में निरखा, जाली री चुंदरी ...
बाई सा बीरा, जयपुर जाजो जी,
आता तो लाइ जो , तारा री चुंदरी,
महेला में निरखा, जाली री चुंदरी