Changes

म्हारौ होवणौ / अर्जुनदेव चारण

No change in size, 07:07, 15 अक्टूबर 2013
|संग्रह=घर तौ एक नाम है भरोसै रौ / अर्जुनदेव चारण
}}
{{KKCatMoolRajasthaniKKCatRajasthaniRachna}}
{{KKCatKavita‎}}
<Poem>
 
म्हारी जमीन रौ
पैलौ पावंडौ
ऊगती किणी रेख मांय
खुद नै
 
</Poem>
Delete, Mover, Protect, Reupload, Uploader, प्रबंधक
35,119
edits