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18:53, 30 जून 2014 {{KKGlobal}}
{{KKLokRachna
|भाषा=मैथिली
|रचनाकार=अज्ञात
|संग्रह= बियाह सँ द्विरागमन धरिक गीत / मैथिली लोकगीत संग्रह
}}
{{KKCatMaithiliRachna}}
<poem>अहाँ केर बाबू दुलहा बहत लेलनि गनाय यो रघुवंशी दुलहा
डाला भरि टाका लेलनि गनाय यो रघुवंशी दुलहा
अहाँ केर बाबु दुलहा बीत-बीत बेचबोलनि यो रघुवंशी दुलहा
हमरा बाबु के छनि एतेक हियाब यो रघुवंशी दुलहा
अहाँ के लेलनि खरीदि यो रघुवंशी दुलहा
मिथिलामे गेलौं बिकाय यो रघुवंशी दुलहा
</poem>
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