770 bytes added,
14:36, 2 जुलाई 2014 {{KKGlobal}}
{{KKLokRachna
|भाषा=मैथिली
|रचनाकार=अज्ञात
|संग्रह= बियाह सँ द्विरागमन धरिक गीत / मैथिली लोकगीत संग्रह
}}
{{KKCatMaithiliRachna}}
<poem>हमरो सोहाग के ननुआ जमाय, उज्जर घोड़ा चढ़ि आइ जी
कारी कम्मल झारी गंगाजल, दलाने दियनु पठाइ जी
सात सासु के एकेटा जमइया, घर मिनती पठाइ जी
सुन्दर सार आंगुर धय ठाढ़ भेला, सरहोजि झलक देखाइ जी
</poem>