मैथिली लोकगीत ♦ रचनाकार: अज्ञात
हमरो सोहाग के ननुआ जमाय, उज्जर घोड़ा चढ़ि आइ जी
कारी कम्मल झारी गंगाजल, दलाने दियनु पठाइ जी
सात सासु के एकेटा जमइया, घर मिनती पठाइ जी
सुन्दर सार आंगुर धय ठाढ़ भेला, सरहोजि झलक देखाइ जी
हमरो सोहाग के ननुआ जमाय, उज्जर घोड़ा चढ़ि आइ जी
कारी कम्मल झारी गंगाजल, दलाने दियनु पठाइ जी
सात सासु के एकेटा जमइया, घर मिनती पठाइ जी
सुन्दर सार आंगुर धय ठाढ़ भेला, सरहोजि झलक देखाइ जी