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हे ईश्वर ! प्रेम कितना ज़्यादा है / पेटर रोज़ेग्ग
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19:05, 31 जुलाई 2015
रंग गुलाबी उनका फीका पड़ चुका है
पर चाहते हैं वे प्रेम का लम्बा चुम्बन
पर
और
मई महीना अब गुज़र चुका है
हे ईश्वर ! प्रेम कितना है ज़्यादा
अनिल जनविजय
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