Changes

कोई तो कारण था / राजी सेठ

543 bytes added, 17:46, 13 अक्टूबर 2015
'{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=राजी सेठ |अनुवादक= |संग्रह= }} {{KKCatKavita}}...' के साथ नया पृष्ठ बनाया
{{KKGlobal}}
{{KKRachna
|रचनाकार=राजी सेठ
|अनुवादक=
|संग्रह=
}}
{{KKCatKavita}}
{{KKCatStreeVimarsh}}
<poem>कोई तो कारण था
बंध जाने दिया था
अपने को
तुम्हारी मुट्ठियों में

कोई तो कारण है
खुल गई हूं
नीले आकाश
विपुल अथाह के बीच
पूरी
पूरी तरह निर्द्वन्द्व!
</poem>
Delete, Mover, Protect, Reupload, Uploader
2,956
edits