Changes

माय / सकलदेव शर्मा

6 bytes added, 04:12, 14 जून 2016
हमरोॅ अंतस में बैठलोॅ
जस के तस आइयो
सांस ले रहलोॅ छै |
देह नै छै तेॅ कि
बिना देह के
उ हमारा मेॅ जिंदा छै |
जा तक हम्मे जिंदा छियै
हमरोॅ संग हमरोॅ
माइयो जिंदा रहतै |
जन्मौती के पैहिने
Mover, Protect, Reupload, Uploader
6,574
edits