574 bytes added,
06:43, 29 जून 2017 {{KKGlobal}}
{{KKRachna
|रचनाकार=दुष्यन्त जोशी
|अनुवादक=
|संग्रह=अेकर आज्या रै चाँद / दुष्यन्त जोशी
}}
{{KKCatKavita}}
{{KKCatRajasthaniRachna}}
<poem>
किणी धरम में
नीं लिख्योड़ौ
कै
धरम खातर
लड़-झगड़
अर मर
पण मिनख
धरम खातर
लड़ै-झगड़ै
अर मरै
जीयै क्यूं नीं
धरम खातर ?
</poem>
Delete, Mover, Protect, Reupload, Uploader