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मईया अब तुम ही समझाओ / अभिषेक कुमार अम्बर
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07:01, 12 जुलाई 2017
<poem>
मईया अब तुम ही समझाओ
मन में प्रश्न
अखरता
उभरता
है
रात होते ही चंदा क्यों
मेरा पीछा करता है?
Sharda suman
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