* [[सोचती हूँ अघोरी बन जाऊँ / वंदना गुप्ता]]
* [[तुम्हारी मूक अभिव्यक्ति की मुखर पहचान हूँ मैं / वंदना गुप्ता]]
* [[यूँ अपने ही नाखूनों से अपनी ही खरोंचों को खरोंचना आसान नहीं होता / वंदना गुप्ता]]
* [[प्रेम का अंतिम लक्ष्य क्या सेक्स? / वंदना गुप्ता]]
* [[एक अधूरी कहानी का मौन पनघट / वंदना गुप्ता]]
* [[क्योंकि प्रेम को पाने की प्यास तो वहाँ भी उसी शिद्दत से कायम है जैसे तुम्हें / वंदना गुप्ता]]
* [[प्रेम कभी प्रौढ नहीं होता / वंदना गुप्ता]]
'''स्त्री विषयक'''
* [[और कैसे कह सकते हो बहती है एक स्त्री मुझमें लहू बनकर / वंदना गुप्ता]]
* [[इतना विरोध का स्वर / वंदना गुप्ता]]
* [[और दे दिया मुझे उपनाम विनम्र अहंकारी का सोचना ज़रा / वंदना गुप्ता]]
* [[सोचना ज़रा / वंदना गुप्ता]]
* [[क्योंकि ये साहित्यिक विषय नहीं इसलिए "लेखनी वर्जित है" / वंदना गुप्ता]]
* [[खरोंच / वंदना गुप्ता]]
* [[शतरंज के खेल मे शह मात देना अब मैने भी सीख लिया है / वंदना गुप्ता]]
* [[और श्राप है तुम्हें मगर तब तक नहीं मिलेगा / वंदना गुप्ता]]* [[तुम्हें पूर्ण विराम / वंदना गुप्ता]]
* [[देखा है कभी राख़ को घुन लगते हुए? / वंदना गुप्ता]]
* [[नहीं है मेरी कविता का कैनवस इतना विशाल / वंदना गुप्ता]]