546 bytes added,
06:12, 1 अप्रैल 2018 {{KKGlobal}}
{{KKRachna
|रचनाकार=[[दुष्यन्त जोशी]]
|अनुवादक=
|संग्रह=कठै गई बा'... / दुष्यन्त जोशी
}}
{{KKCatKavita}}
{{KKCatRajasthaniRachna}}
<poem>
म्हूं चावूं
कै धरम करूं
पण
कियां करूं
स्यात
सांच बोलणौ
करदयूं सरू
सांच सूं बडौ धरम
काईं हुय सकै
स्यात नीं।
</poem>
Delete, Mover, Protect, Reupload, Uploader