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चन्द्रमा का पलायन / ऑस्कर वाइल्ड / अनिल जनविजय
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21:43, 16 मई 2018
तीखी गूँज सुनाई देती है, पीड़ा भरे रुदन की
लगे ज्यों कोई उदास अकेला पंछी रो रहा है
यह आवाज़
ये
दुखी
आवाज़
है अन्नपुट पक्षी के क्रन्दन की
कुहरीली पहाड़ी पे अपनी प्रिया को टोह रहा है
अनिल जनविजय
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