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मीठा जल बरसानेवाले / पुरुषार्थवती देवी
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23:45, 28 दिसम्बर 2018
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नील वर्ण की चादर डाले घुमड़-घुमड़कर आनेवाले।
नगर, गाँव, गिरि-गह्वर, कानन निज सन्देश सुनानेवाले॥
Jangveer Singh
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