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इसी सरोवर में / सुबोध सरकार / मुन्नी गुप्ता / अनिल पुष्कर
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11:38, 11 अगस्त 2019
चौबीस घण्टे के भीतर मैं इसी सरोवर में डूबकर मर जाऊँगी
हस्तिनापुर की सब लड़कियाँ यहाँ आकर
रोयेंगी
रोएँगी
अभिशाप देंगी
उसके बाद लौट जाएँगी
बिपासा
विपाशा
में
नर्मदा में
सुवर्ण रेखा में.
अनिल जनविजय
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