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हम-तुम जिसे कहते हैं शादी / शैलेन्द्र
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12:11, 25 जुलाई 2021
रंगीनियाँ, ये मस्तियाँ
सब कुछ है
यारो
यारों
के दम से
क़िस्मत की बात, खुशियाँ है साथ
दुनिया क्यों जलती है हमसे
अनिल जनविजय
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