624 bytes added,
09:25, 30 अप्रैल 2022 {{KKGlobal}}
{{KKRachna
|रचनाकार=शेखर सिंह मंगलम
|अनुवादक=
|संग्रह=
}}
{{KKCatKavita}}
<poem>
सबसे मज़बूत गठबंधन
प्रतीक्षा का उम्मीद से होता है,
मुझे उम्मीद है कि
प्रतीक्षा उम्मीद को
कभी निराश नहीं करेगी क्योंकि
स्त्री निराशा का नाम नहीं,
प्रतीक्षा स्त्रीलिंग हैं।
</poem>