Changes

माँड़ / शिरोमणि महतो

3 bytes added, 05:20, 29 अगस्त 2022
हल्ला इतना ज़ोर से हुआ था कि
घर की दींवारें दरक गईगईं
एक घर में कई दीवारें हो गईं
और एक दीवार में कई द्वार !
</poem>
Delete, Mover, Protect, Reupload, Uploader
53,693
edits