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15:13, 7 दिसम्बर 2023 {{KKGlobal}}
{{KKRachna
|रचनाकार=कानेको मिसुजु
|अनुवादक=तोमोको किकुची
|संग्रह=
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<poem>
मधुमक्खी रहती है फूल में
फूल रहता है बग़ीचे में
बग़ीचा रहता है चारदीवारी में
चारदीवारी रहती है शहर में
शहर रहता है जापान में
जापान रहता है संसार में
संसार रहता है देवता में
और फिरम
देवता रहता है,
एक छोटी-सी मधुमक्खी में ।
'''मूल जापानी से अनुवाद : तोमोको किकुची'''
</poem>
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