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हमें ज़मीन पर रहने दो / स्वप्निल श्रीवास्तव
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,
27 जनवरी
हमें हवाईजहाज़ की यात्राओं में
कत्तई कोई दिलचस्पी नही है
अतः
उसके
उनके
रोचक आख्यान सुनाकर
मुझे चमत्कृत करने को कोशिश न करो
तुम जितना ऊँचा उड़ना चाहते हो, उड़ो
अनिल जनविजय
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