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तुम्हारे आने की ख़बर / सरोज परमार
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08:44, 28 जनवरी 2009
बर्फ़बारी के दिनों में धूप की सतर
बन्द कमरे मेम सन्दली झोंका
नुमायशी गलीचों
मेम
में
चन्दन अतर
तुम्हारे आने की ख़बर.
मुहर्रमी फानूस से चँदीली नहर
द्विजेन्द्र द्विज
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