अपेक्षित संशोधन कर दिया है । छन्दबद्ध और छन्दमुक्त कविताओं को एक ही पृष्ठ पर जोड़ने का काम शुरु कर दिया है । तकनीकी जानकारी से न्यून हूँ, अतः समय समय पर निर्देशन लेता रहूँगा । सधन्यवाद ।
हिमांशु
आदरणीय,
अनूदित रचनाओं के खण्ड में मलयालम भाषा की बहुप्रतिष्ठित कृति ’ ओट्क्कुष़ल’ (Otakkuzhal) जोड़ने का इच्छुक हूँ । वहाँ देखा तो इस कृति के रचनाकार जी० शंकर कुरुप का नाम ही नहीं है । तो मैं किस प्रकार इस कृति को जोड़ सकूँगा । अतः इसी कृति के लिये प्रथम ज्ञानपीठ पुरस्कार विजेता श्री जी० शंकर कुरुप का नाम जोड़ने की कृपा करें |
मैं भारतीय ज्ञानपीठ द्वारा प्रकाशित इस कृति का अनुवाद यहां टंकित करुंगा | साभार ।