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दर्द कम हो रहा है सीने में / परमानन्द शर्मा 'शरर'
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01:30, 8 सितम्बर 2009
मौत रोती है ऐसे जीने में
ज़ेबे-इन्सानियत
है
हैं
वो इन्साँ
दर्दे-इन्साँ है जिनके सीने में
द्विजेन्द्र द्विज
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