गृह
बेतरतीब
ध्यानसूची
सेटिंग्स
लॉग इन करें
कविता कोश के बारे में
अस्वीकरण
Changes
सपने सच्चाईयां / अवतार एनगिल
17 bytes added
,
12:58, 7 नवम्बर 2009
|संग्रह=सूर्य से सूर्य तक / अवतार एनगिल
}}
{{KKCatKavita}}
<poem>सुनो राजा विक्रमार्क !
रात के सन्नाटे में
ख़ामोशियों का शोर जब शुरू होता है
Dkspoet
Delete, KKSahayogi, Mover, Protect, Reupload, Uploader
19,164
edits