गृह
बेतरतीब
ध्यानसूची
सेटिंग्स
लॉग इन करें
कविता कोश के बारे में
अस्वीकरण
Changes
हेत खेत माँहि खोदि खाईं सुद्ध स्वारथ की / जगन्नाथदास ’रत्नाकर’
98 bytes added
,
05:57, 16 जनवरी 2010
{{KKGlobal}}
{{KKRachna
|रचनाकार=
जगन्नाथदास 'रत्नाकर'
|संग्रह=उद्धव-शतक /
जगन्नाथदास 'रत्नाकर'
}}
[[Category:पद]]
{{KKCatKavitt}}
<poem>
हेत खेत माँहि खोदि खाईं सुद्ध स्वारथ की,
सम्यक
KKSahayogi, Mover, Uploader,
प्रशासक
,
सदस्य जाँच
,
प्रबंधक
,
widget editor
3,794
edits