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है आसान हद से गुज़रना ऐ दुनिया
सहारा किसी का सहारा है तब तक सहारा
कि जब तक न चाहो परखना ऐ दुनिया
ये सूरत बहुत ही `मधुर'-सी बिगड़ भी है सकती
नहीं हद से ज़्यादा सँवरना ऐ दुनिया
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