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तू क्या रोंदे / कविता वाचक्नवी
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,
14:25, 25 जून 2010
वर्तनी व फ़ॉर्मेट सुधार
'''तू क्या
रोंदे
रौंदे
'''
::धोते-मलते
::हो गई
::
कीचड़
गुड़िया
कीचड़
::बह गई
::जल-प्लावन में
बह जाऊँ तो
धुल जाऊँगी?
कहो, खिलाड़ी!
</poem>
Kvachaknavee
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