Changes

 
{{KKGlobal}}
{{KKRachna
{{KKCatKavita}}
<poem>
''' वह जो असम्भव है...''' पेशेवर बलात्कारियों के ब्रह्मचारी होने पर टिकी हैसंवासिनियों की शुचिता औरकन्याओं का कुमारी,आदत से लाचार आदमखोरों के शाकाहारी होने पर टिका है नागरिकों का अस्तित्त्व,पुश्तैनी जमाखोरों के कर्ण बनने पर टिका हैगरीबी और भुखमरी का उन्मूलन,चिरशापित रेगिस्तानों के उर्वर होने पर टिका हैकिसानों का भविष्य,खंडहरों के कारखानों में बदलने पर टिका हैबेकारी का सफाया, लाइलाज पागलों के विवेकशील होने पर टिका हैसामाजिक और सांस्कृतिक उत्थान, नागों के अमृतधारी होने पर टिका हैअच्छाइयों की जिजीविषा,तूफान की दया पर दीपक के न बुझने पर टिका है उजाले का ख्वाब,बियांबों से भूत-प्रेतों के निष्कासन पर टिका हैअमन-चैन और सुकून.