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काम करेगी उसकी धार / हस्तीमल 'हस्ती'
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08:49, 17 जून 2020
पीछे ठग थे आगे यार
बोरी
भ्रर
भर
मेहनत पीसूँ
निकले इक मुट्ठी भर सार
जीवन है इक ऐसी डोर
गाठें जिसमें कई
हजार
हज़ार
सारे
तुगलक
तुग़लक
चुन-चुन कर
हमने बना ली है सरकार
Abhishek Amber
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