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मित्र / सौमित्र सक्सेना
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19:53, 30 अगस्त 2010
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मुझे समुद्र के पानी से मुँह धोने का बहुत मन होता है ।
ऐसी इच्छा होती है कि
देर तक नमक के
थपेडों
थपेड़ों
सेचेहरे को सेंकता
रहूँ।
रहूँ ।
मुझे लगता है जैसे
अनिल जनविजय
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