888 bytes added,
10:34, 4 अक्टूबर 2010 नये घर में पुराने एक दो आले तो रहने दो,<br />
दिया बनकर वहीं से मां हमेशा रोशनी देगी।<br />
ये सूखी घास अपने लान की काटो न तुम भाई,<br />
पिता की याद आयेगी तो ये फिर से नमी देगी।<br />
फरक लड़के औ लड की में है बस महसूस करने का,<br />
वो तुमको रोशनी देगा ये तुमको चांदनी देगी।<br />
ये मां से भी अधिक उजली इसे मलबा न होने दो,<br />
ये गंगा है यही दुनिया को फिर से जिंदगी देगी॥<br />