Changes

सियाळो !/ कन्हैया लाल सेठिया

51 bytes removed, 01:39, 17 अक्टूबर 2013
|संग्रह=लीलटांस / कन्हैया लाल सेठिया
}}
[[Category:मूल राजस्थानी भाषा]]{{KKCatRajasthaniRachna}}
{{KKCatKavita‎}}
<Poem>
 
 
चंपैली रै
नानड़ियै फूलां सो
पोढ़ग्या पिणघट
सबद रै नांव
गांव में बड़तै अेवड़ एवड रोअेकल एकल बाजतो टोकरियो
का मारग बगतै
मदुआ ऊंटां री गाज,
फिरै सूंघती
चारै री ढूंगरयां!
 
 
</Poem>
Delete, Mover, Protect, Reupload, Uploader
8,152
edits