रावण नीति तजी जबही,
प्रगटे रघुबीर भक्त भय हारी।
कंस ने नीति तजी जबही,
मथुरा प्रगटे प्रभु कृष्ण मुरारी॥
दुर्योध्न जब नीति तजी,
भयौ अरजुन वीर बड़ौ धनु-धारी।
अब अंगरेजन नीति जी,
भये गाँधी जवाहर दोऊ अवतारी॥
रावण नीति तजी जबही,
प्रगटे रघुबीर भक्त भय हारी।
कंस ने नीति तजी जबही,
मथुरा प्रगटे प्रभु कृष्ण मुरारी॥
दुर्योध्न जब नीति तजी,
भयौ अरजुन वीर बड़ौ धनु-धारी।
अब अंगरेजन नीति जी,
भये गाँधी जवाहर दोऊ अवतारी॥