संघर्ष में तब्दील करो ज़िन्दगी को
देखना तुम्हारी ख़वाहिशें कितनी
पारदर्शी हो जाएँगी
धवल चाँदनी-सी
ले जाएँगी तुम्हें
आसमान की उन ऊँचाइयों पर
जो कभी तुम्हारे वजूद की
परछाइयों में ढला करती थीं ।
संघर्ष में तब्दील करो ज़िन्दगी को
देखना तुम्हारी ख़वाहिशें कितनी
पारदर्शी हो जाएँगी
धवल चाँदनी-सी
ले जाएँगी तुम्हें
आसमान की उन ऊँचाइयों पर
जो कभी तुम्हारे वजूद की
परछाइयों में ढला करती थीं ।