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वाज़दा ख़ान
Kavita Kosh से
वाज़दा ख़ान
जन्म | 15 जून 1969 |
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जन्म स्थान | सिद्धार्थनगर, उत्तरप्रदेश, भारत। |
कुछ प्रमुख कृतियाँ | |
जिस तरह घुलती है काया (कविता-संग्रह)। | |
विविध | |
पेशे से चित्रकार । अनेक प्रदर्शनियाँ । त्रिवेणी कला महोत्सव द्वारा सम्मानित। हेमंत स्मृति कविता सम्मान | |
जीवन परिचय | |
वाज़दा ख़ान / परिचय |
प्रमुख संग्रह
- जिस तरह घुलती है काया / वाज़दा ख़ान (कविता-संग्रह)
प्रतिनिधि रचनाएँ
- शिकार / वाज़दा ख़ान
- आहटें / वाज़दा ख़ान
- शब्द / वाज़दा ख़ान
- धूप / वाज़दा ख़ान
- नीम अँधेरे में / वाज़दा ख़ान
- पलकों के भीतर / वाज़दा ख़ान
- मुट्ठी भर आसमान / वाज़दा ख़ान
- अमूर्त हर्फों में लिखे हुए / वाज़दा ख़ान
- उस जंगल का नाम / वाज़दा ख़ान
- तुममें खिलतीं स्त्रियाँ / वाज़दा ख़ान
- दरिया रेत की / वाज़दा ख़ान
- बेचैनी उतरती है सूरज पर / वाज़दा ख़ान
- रुलाई / वाज़दा ख़ान
- रूह की उजली साँसों में घुला थोड़ा सा इत्र / वाज़दा ख़ान
- सुर्ख रंगतों की तलाश / वाज़दा ख़ान
- सिलसिला / वाज़दा ख़ान
- बारिश में भीगा चांद / वाज़दा ख़ान
- सलवटों वाला चेहरा / वाज़दा ख़ान
- कुछ और बोल दो / वाज़दा ख़ान
- कहो दु:ख / वाज़दा ख़ान
- दु:ख की महायात्रा / वाज़दा ख़ान
- मिट्टी, हवा और मैं / वाज़दा ख़ान
- शून्यकाल से घट रही महाघटना / वाज़दा ख़ान
- सफेद चांद / वाज़दा ख़ान
- लाल रंग की इबारत / वाज़दा ख़ान
- कुफ्र हुआ, कुछ न हुआ / वाज़दा ख़ान
- हम पत्थर की क्यूं ना हुई? / वाज़दा ख़ान
- मां की टेर / वाज़दा ख़ान
- कितनी अन्तर्कथाएं मन में चलती हैं / वाज़दा ख़ान
- तुम्हारी उपस्थिति शून्यवत कर देती है / वाज़दा ख़ान
- कहीं गीली ज़मीन नहीं कि रोप दूं / वाज़दा ख़ान
- गहरी अन्धेरी खाइयों से निकलकर / वाज़दा ख़ान
- तुम ही ऐसा कर सकते हो / वाज़दा ख़ान
- सौन्दर्य का सबसे प्रिय गीत / वाज़दा ख़ान
- हम लड़कियाँ / वाज़दा ख़ान