तरूण के ताको जे कि तन के तबाह करे
तमकि-तमकि ताड़ी पी के तरकै छै
केकरो कहल नै करै छै ई कायर
कहै केकरा में कस कही-कही करकै छै
समझै नै लाख समझैने, सूर-वीर बनै
सकै नै त सवल के देख सरकै छै
भनत विजेता मुनी नाक राखो गाली सुनी
भभकी क मुँह मल सन महँकै छै