देश को हिसाब चाहिए
क्या किया जवाब चाहिए।
बेटियों का शील बेचकर
आप को कबाब चाहिए
जुल्म का न खौफ हो जहां
वह वतन जनाब चाहिए।
देश पर मिटे हैं जोए उन्हें
वीर का खिताब चाहिए।
जुल्म के पुराने हर्फ को
अब नई किताब चाहिए।
देश को हिसाब चाहिए
क्या किया जवाब चाहिए।
बेटियों का शील बेचकर
आप को कबाब चाहिए
जुल्म का न खौफ हो जहां
वह वतन जनाब चाहिए।
देश पर मिटे हैं जोए उन्हें
वीर का खिताब चाहिए।
जुल्म के पुराने हर्फ को
अब नई किताब चाहिए।