जनकवि केशरी धर्मराज थापा
© कॉपीराइट: धर्मराज थापा। कविता कोश के पास संकलन की अनुमति है। इन रचनाओं का प्रयोग धर्मराज थापा की अनुमति के बिना कहीं नहीं किया जा सकता।
जन्म | 15 जुलाई 1924 |
---|---|
निधन | 18 सितम्बर 2014 (२०७१ असोज २) |
उपनाम | जनकवि केशरी धर्मराज थापा |
जन्म स्थान | बाटुलेचौर, कास्की |
कुछ प्रमुख कृतियाँ | |
मङ्गली कुसुम | |
विविध | |
मदन पुरस्कार, जगदम्बाश्री पुरस्कार, इन्द्रराज्य लक्ष्मी पुरस्कार, शुभ राज्याभिषेक पदक, लोक साहित्य पुरस्कार, रत्नश्री स्वर्ण पदक | |
जीवन परिचय | |
धर्मराज थापा / परिचय |
कृति
- कालीको लहर / धर्मराज थापा (कवितासङ्ग्रह)
- कोसेली / धर्मराज थापा ((जनकवि) (गीतसङ्ग्रह / १९५३ ई.)
- चिरायू / धर्मराज थापा (काव्य (नियात्रा) / २०६५ वैशाख)
- दिव्य चौतारी / धर्मराज थापा (काव्य / २०३५)
- धर्मराज थापाका गीतका पर्चाहरू / धर्मराज थापा (गीतसङ्ग्रह / २००९)
- नल दमयन्ती / धर्मराज थापा (खण्ड काव्य / २०४८ असोज)
- नीलकण्ठ दर्शन / धर्मराज थापा (काव्य / २०५६)
- नेपाली गीत / धर्मराज थापा (गीतसङ्ग्रह / २०१६)
- पञ्चायती प्रजातन्त्र / धर्मराज थापा (काव्य / २०१८
- पहाडी सङ्गीत / धर्मराज थापा (कवितासङ्ग्रह)
- बनचरो / धर्मराज थापा (काव्य / २०१०)
- बिलौना / धर्मराज थापा (कवितासङ्ग्रह / सन् १९५३)
- मङ्गली कुसुम / धर्मराज थापा (काव्य / २०२५ चैत्र)
- मिर्मिरेको रन्को / धर्मराज थापा (गीतसङ्ग्रह / २०१९ असोज)
- मुक्तिनाथ दर्शन / धर्मराज थापा (काव्य / २०४७ चैत)
- रत्न जुनेली / धर्मराज थापा क्षेत्री (काव्य / २००३)
- रत्न-जुनेली / धर्मराज थापा क्षेत्री (काव्य / २०१७)
- रानी पोखरा / धर्मराज थापा (काव्य / १९५६ ई.)
- रानी पोखरा / धर्मराज थापा (काव्य / १९६१)
- वन-चरो / धर्मराज थापा (काव्य / २०१७)
- वासन्ती वसन्त / धर्मराज थापा (काव्य / २०५८)
- शहीद-सम्झना / धर्मराज थापा (गीतसङ्ग्रह / २०११)
- शीतल पाटीमा / धर्मराज थापा (गीतसङ्ग्रह / २०१२)
- श्री ५ पृथ्वीको अर्ती / धर्मराज थापा (गीतसङ्ग्रह / २०१६)
- श्री ५ महेन्द्रको सवाई / धर्मराज थापा (काव्य / २०१७)
- हाम्रो लोकगीत सं. / धर्मराज थापा (गीतसङ्ग्रह / २०२०)
- हिमालको आँसु / धर्मराज थापा (काव्य / २०२८ जेठ)
कविता
गीत
- आज मादल बजेको किन? / धर्मराज थापा
- कालीपारी दाइ कति राम्रो / धर्मराज थापा
- धुरूधुरू नरोऊ आमा / धर्मराज थापा
- नेपालीले माया मार्यो / धर्मराज थापा
- बागलुङको बजार / धर्मराज थापा
- बीर डा. के. आई. सिंङ / धर्मराज थापा
- साइँली रिमै / धर्मराज थापा
- सिरिमा सिरी नी कान्छा बताश चल्यो / धर्मराज थापा
- हरियो डाँडामाथि हलो जोत्ने साथी / धर्मराज थापा
- हाम्रो तेन्जिङ शेर्पाले/ धर्मराज थापा