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धौलागिरि को देखकर / विनोद कुमार शुक्ल

धौलागिरी को देखकर
मुझे याद आई
धौलागिरि की तस्वीर
क्योंकि तस्वीर पहले देखी गई थी।

पितामह पूर्वजों के भी चित्र हैं घर में
पूर्वजों को मैंने कभी नहीं देखा
मैं पूर्वजों को नहीं पूर्वजों के चित्र याद करता हूँ।

लेकिन धौलागिरि को देखने के बाद
मैं अपने पूर्वजों के चित्र नहीं
पूर्वजों को याद करता हूँ।