पदों
और कुण्डलियों के आगे
केंचुआ छन्द को लाने वाला,
उसे कालातीत जीत दिलाने वाला
निराला ही हो सकता था।
इस केंचुआ छ्न्द द्वारा जोती हुई मिट्टी में
गुलाबों से शानदार कुकुरमुत्ता उगाने वाला
निराला ही हो सकता था।
आज उसी निराला के नाम
मेरा यह केंचुआ छन्द
और जुही की कलियाँ चन्द!