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बचा रह गया नमक / इंदुशेखर तत्पुरुष

सनसनाते शब्दों से उछलकर
छलक पड़े आंसू
ये अच्छा ही हुआ ना!
अन्दर अगर रह जाते
तो रेतते रहते
कलेजा देर तक।

अब देखो तो किस तरह
बातों-बातों में हवा
उड़ा ले गई इनको
बचा रह गया नमक
यह अपने हिस्से का।