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पीठ पर आँख / इंदुशेखर तत्पुरुष
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पीठ पर आँख
रचनाकार | इंदुशेखर तत्पुरुष |
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प्रकाशक | बोधि प्रकाशन, जयपुर |
वर्ष | 2017 |
भाषा | हिन्दी |
विषय | |
विधा | |
पृष्ठ | |
ISBN | 978-93-86470-24-9 |
विविध |
इस पन्ने पर दी गई रचनाओं को विश्व भर के स्वयंसेवी योगदानकर्ताओं ने भिन्न-भिन्न स्रोतों का प्रयोग कर कविता कोश में संकलित किया है। ऊपर दी गई प्रकाशक संबंधी जानकारी छपी हुई पुस्तक खरीदने हेतु आपकी सहायता के लिये दी गई है।
अनुक्रम
- पानी और पत्थर / इंदुशेखर तत्पुरुष
- बचे केवल वही / इंदुशेखर तत्पुरुष
- प्यास की जड़ें / इंदुशेखर तत्पुरुष
- पीठ पर आंख / इंदुशेखर तत्पुरुष
- कामना / इंदुशेखर तत्पुरुष
- धरती में डूब कर / इंदुशेखर तत्पुरुष
- संसार को पूरी तरह देखने के लिए / इंदुशेखर तत्पुरुष
- अभयारण्य / इंदुशेखर तत्पुरुष
- मुश्किल / इंदुशेखर तत्पुरुष
- अपनों से युद्ध / इंदुशेखर तत्पुरुष
- तैयार अकेली / इंदुशेखर तत्पुरुष
- विचित्र युद्ध / इंदुशेखर तत्पुरुष
- बरसते तुम / इंदुशेखर तत्पुरुष
- कितना प्यार / इंदुशेखर तत्पुरुष
- बचा रह गया नमक / इंदुशेखर तत्पुरुष
- अनकहा रह जाएगा / इंदुशेखर तत्पुरुष
- मुझमें शामिल / इंदुशेखर तत्पुरुष
- मुक्ति की कामना / इंदुशेखर तत्पुरुष
- भरोसे में / इंदुशेखर तत्पुरुष
- यात्रा में / इंदुशेखर तत्पुरुष
- और है भी क्या / इंदुशेखर तत्पुरुष
- यह झील भी / इंदुशेखर तत्पुरुष
- जगह और समय के बीच / इंदुशेखर तत्पुरुष
- फिसलते पानी की पुकार / इंदुशेखर तत्पुरुष
- बनाए एक सेतुबंध / इंदुशेखर तत्पुरुष
- मुखौटे / इंदुशेखर तत्पुरुष
- कुछ तो खरीद बावली / इंदुशेखर तत्पुरुष
- कि, एक समय की बात है / इंदुशेखर तत्पुरुष
- अभी-बिल्कुल अभी / इंदुशेखर तत्पुरुष
- टूट जाते हैं ढांचे इसी तरह / इंदुशेखर तत्पुरुष
- अपनी जगह की तलाश में / इंदुशेखर तत्पुरुष
- कुल जमा चार प्राणियों के लिए / इंदुशेखर तत्पुरुष
- नारियल तैल की गंध / इंदुशेखर तत्पुरुष
- रविवार और घर : एक / इंदुशेखर तत्पुरुष
- रविवार और बच्चे : दो / इंदुशेखर तत्पुरुष
- रविवार और माई : तीन / इंदुशेखर तत्पुरुष
- रविवार और कुछ लोग : चार / इंदुशेखर तत्पुरुष
- आंधियां : एक / इंदुशेखर तत्पुरुष
- आंधियां : दो / इंदुशेखर तत्पुरुष
- आंधियां : तीन / इंदुशेखर तत्पुरुष
- बारिश : एक / इंदुशेखर तत्पुरुष
- बारिश : दो / इंदुशेखर तत्पुरुष
- बारिश : तीन / इंदुशेखर तत्पुरुष
- बारिश : चार / इंदुशेखर तत्पुरुष
- उत्तर आधुनिकता : एक / इंदुशेखर तत्पुरुष
- उत्तर आधुनिकता : दो / इंदुशेखर तत्पुरुष
- प्यार एक स्मृति है : एक / इंदुशेखर तत्पुरुष
- प्यार एक स्मृति है : दो / इंदुशेखर तत्पुरुष
- प्यार एक स्मृति है : तीन / इंदुशेखर तत्पुरुष
- प्यार एक स्मृति है : चार / इंदुशेखर तत्पुरुष
- राग-विराग : एक / इंदुशेखर तत्पुरुष
- राग-विराग : दो / इंदुशेखर तत्पुरुष
- राग-विराग : तीन / इंदुशेखर तत्पुरुष
- राग-विराग : चार / इंदुशेखर तत्पुरुष
- राग-विराग : पांच / इंदुशेखर तत्पुरुष
- राग-विराग : छह / इंदुशेखर तत्पुरुष
- राग-विराग : सात / इंदुशेखर तत्पुरुष
- राग-विराग : आठ / इंदुशेखर तत्पुरुष
- राग-विराग : नौ / इंदुशेखर तत्पुरुष
- कल्प-विकल्प : एक / इंदुशेखर तत्पुरुष
- कल्प-विकल्प : दो / इंदुशेखर तत्पुरुष
- कल्प-विकल्प : तीन / इंदुशेखर तत्पुरुष
- कल्प-विकल्प : चार / इंदुशेखर तत्पुरुष
- कल्प-विकल्प : पांच / इंदुशेखर तत्पुरुष
- कल्प-विकल्प : छह / इंदुशेखर तत्पुरुष
- कल्प-विकल्प : सात / इंदुशेखर तत्पुरुष
- वह सबका प्रभु / इंदुशेखर तत्पुरुष
- उसका पता / इंदुशेखर तत्पुरुष
- लंबी कविता / इंदुशेखर तत्पुरुष